सावधान!
सीकर. कोरोना वायरस के कारण लोगों में भय का माहौल है, इसी का फायदा उठा रहे हैं साइबर ठग। ये ठग कोरोना वायरस से संबंधित लिंक, सरकारी कर्मचारियों का आधी कटी तनख्वाह में फायदा दिलाने और जरूरतमंदों की सेवा के नाम पर ठगी कर रहे हैं। दैनिक भास्कर ने साइबर आंकड़ों पर रिसर्च की तो पता चला कि साइबर ठग राजस्थान में 22.89 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं।
साइबर ठगों ने गूगल पर कोरोना वायरस के नाम पर ही कई वेबसाइट बना ली है। इन्हें खोलते ही आपका एकाउंट खाली हो जाता है। लोग इन वेबसाइट को जैसे ही खोलते हैं उनके बैंक डिटेल में साइबर ठग सेंध लगा लेते हैं। राजस्थान में 200 से ज्यादा शिकायतें इन मामलों को लेकर दर्ज हो चुकी है।
साइबर ठग खाटूश्यामजी के नाम से भी पंजाब, गुजरात, कोलकाता और दिल्ली में बसे श्रद्धालुओं को ठगी का शिकार भी बना रहे हैं। ऐसा ही मामला खाटूश्यामजी पुलिस थाने में आया है। मामले को जांच के लिए साइबर सेल जयपुर को भेजा गया है।
साइबर ठगों ने श्री श्याम मंदिर कमेटी के फर्जी लेटरपैड वॉट्सएप ग्रुपों पर वायरल किए। इसमें लिखा कि कोरोना महामारी में श्री श्याम मंदिर कमेटी की सहायता के लिए राशि भेजें। राशि पेटीएम पर भेजने के लिए कहा गया। दिल्ली के निवासी देव अग्रवाल सहित अब तक 16 लोगों ने शिकायत दी है।
इन लोगों से 19.67 लाख की ठगी हो चुकी है। इन मामलों की शिकायतें दिल्ली व कोलकाता में भी दर्ज हुई है। इसके अलावा सैकड़ों मामले ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। पुलिस का अनुमान है कि ठगी की रकम 1.5 करोड़ से ज्यादा हो सकती है। अब पुलिस ऐसे मामले फिलहाल दर्ज नहीं कर रही। सिर्फ परिवाद लिए जा रहे हैं। जयपुर कमिश्नरेट में साइबर एक्सपर्ट जयदीप शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के नाम पर साइबर ठग ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। फर्जी लिंक को खोलने से बचना चाहिए।

भास्कर अवेयरनेस : कोरोना से जुड़े लिंक खोलने से बचें, कहीं खाली न हो जाए अकाउंट, इन मामलों से लीजिए सबक
1. लॉकडाउन में ईएमआई माफी की कॉल, 880 शिकायतें दर्ज
ईएमआई माफी के नाम पर ठगी की प्रदेश में 880 से अधिक शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। सात करोड़ की ठगी हो चुकी है। इनमें सीकर के 120 मामले हैं। सीकर में 16 लाख लोगों ने बैंकों से विभिन्न लोन ले रखे हैं। साइबर ठग बैंक प्रतिनिधि बनकर लोगों को फोन करते हैं। कहते हैं कि उनकी ईएमआई तीन महीने तक माफ कर दी गई है। एक ओटीपी भेजा जा रहा है, वह बताना है। ओटीपी शेयर करते ही बैंक खातों से सारी रकम निकाली ली जाती है।
अलर्ट : बैंक आपको फोन नहीं कर रहे। बैंक अधिकारियों का कहना है कि ग्राहक सावधान और जागरूक रहें। यह अच्छे से समझ लें कि ईएमआई को टालने के लिए ओटीपी नंबर की जरूरत नहीं पड़ती है। अपना ओटीपी किसी से भी शेयर नहीं करें।
2. पीएम केयर के नाम पर 2.39 करोड़ रुपए की ठगी कर ली
पीएम केयर के नाम पर भी ठगी की जा रही है। साइबर ठग पीएम केयर की यूपीआई एड्रेस में मामूली बदलाव करके नया यूपीआई बना लेते हैं। मिलते-जुलते नाम की वजह से लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। राजस्थान में पीएम केयर के नाम पर 2.39 करोड़ रुपए का फ्रॉड कर लिया गया। लोगों ने गलत यूपीआई में पैसे ट्रांसफर कर दिए। सीकर के करीब 15 लोगों ने वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत की है।
अलर्ट : पीएमकेयर फंड, पीएम.केयर, पीएनकेयर, पीएनकेयर्स, पीएमकेरी आदि फर्जी यूपीआई बनाकर यह ठगी की जा रही है। इसलिए बचकर रहें। अगर पीएम केयर में फंड देना है तो पीएमओ की वेबसाइट पर जाकर ही यूपीआई करें।

3. 498 रुपए के फ्री रिचार्ज का झांसा, क्लिक करते ही अकाउंट खाली
साइबर ठग मैसेज भेजकर लालच दे रहे हैं कि 498 रुपए का फ्री रिचार्ज दिया जा रहा है। इसमें एक लिंक दिया जाता है। इस पर क्लिक करते ही आपकी बैंक डिटेल ठगों तक पहुंच जाती है और एकाउंट खाली कर लिया जाता है। राजस्थान में 1200 शिकायतें दर्ज हुई है। 10 करोड़ रुपए की ठगी हो चुकी है।
अलर्ट : फ्री रिचार्ज के लालच में आकर ऐसे किसी भी लिंक को नहीं खोलें, वरना आप ठगी के शिकार हो सकते हैं। यदि आपको किसी भी मोबाइल कंपनी का रिचार्ज प्लान जानना है तो संबंधित मोबाइल कंपनी की वेबसाइट ही खोलें।

4. झांसा : आधी तनख्वाह पर इनकम टैक्स छूट मिलेगी
कोरोना से लड़ने के लिए सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह में अभी कटौती की है। साइबर ठगों ने इसे भी ठगी का हथियार बना लिया है। टीचर व बैंककर्मियों को ठग कॉल करके कहते हैं, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से बोल रहे हैं। जो आधी सैलरी रोकी है, उसपर इनकम टैक्स छूट मिलेगी।
सिर्फ दिए गए लिंक पर जाकर आपको अपनी जानकारी भरनी है। फार्म में बैंक की डिटेल भी मांगी जाती है। यह भरते ही सभी रुपए निकाल लिए जाते हैं। इनकम टैक्स की फर्जी वेबसाइट हूबहू विभाग की सही वेबसाइट जैसी दिखती है। अकेले जयपुर में 34 मामले सामने आए हैं। दो करोड़ की ठगी हुई है।
साइबर के आंकड़े
तरीका | ठगी रुपए में |
श्याम मंदिर | 1.5 करोड़ रुपए |
ईएमआई | 07 करोड़ |
पीएम केयर | 2.39 करोड़ |
मोबाइल रिचार्ज | 10 करोड़ |
(साइबर ठगी के आंकड़े साइबर क्राइम पोर्टल, राजस्थान पुलिस और ठगी का शिकार हुए लोगों की शिकायतों के आधार पर लिए गए हैं।)